bhairav kavach for Dummies
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डाकिनी पुत्रकः पातु पुत्रान् में सर्वतः प्रभु
ॐ सहस्त्रारे महाचक्रे कर्पूरधवले गुरुः ।
जो प्रतिदिन इस बटुक भैरव कवच का अभ्यास करता है, उसे यक्षिणी, अप्सरा और विभिन्न देवी साधनाओं में सफलता मिलती है
ಗುಲ್ಫೌ ಚ ಪಾದುಕಾಸಿದ್ಧಃ ಪಾದಪೃಷ್ಠಂ ಸುರೇಶ್ವರಃ
ॐ ह्रीं बाहुयुग्मं सदा पातु भैरवो मम केवलम् ।
iti viśvasārōddhāratantrē āpaduddhārakalpē bhairavabhairavīsaṁvādē vaṭukabhairavakavacaṁ samāptam
ಅನೇನ ಕವಚೇಶೇನ ರಕ್ಷಾಂ ಕೃತ್ವಾ ದ್ವಿಜೋತ್ತಮಃ
वैसे तो भैरव कवच का पाठ नित्य पूजा में बोलकर आसानी से website किया जा सकता है, यदि कोई विशेष कामना हो, जैसे किसी तंत्र बाधा से रक्षा, परीक्षा में सफलता, चुनाव में विजय आदि तो इस विधि से भैरव कवच का पाठ करें।
ಬಂಧೂಕಾರುಣವಾಸಸಂ ಭಯಹರಂ ದೇವಂ ಸದಾ ಭಾವಯೇ
रणेषु चातिघोरेषु महामृत्यु भयेषु च।।
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